क्या भूले क्या याद करे?? हे माधव तुम ही बताओ .... आज की" द्रौपदी "किससे फरियाद करें ?? पग पग पर हैं" दुष्सासन "खड़े ..... और आज भी हैं भीष्म मौन पड़े ?? तब माधव ने आवाज़ लगयी हे द्रौपदी तुम श्री खंड नहीं अंगार चंड बनो थाम कर तलवार दुष्टों का संहार करो